Monday, February 12, 2024

अश्विन बागल व अक्षय सेठी यांचे व्हॅलेंटाईन डे स्पेशल 'तुमसे मिलु अपनी कहूं' गाणं प्रदर्शित

 अश्विन बागल व अक्षय सेठी यांचे व्हॅलेंटाईन डे स्पेशल 'तुमसे मिलु अपनी कहूं' गाणं प्रदर्शित 

'रावरंभा' या ऐतिहासिक चित्रपटामुळे अभिनेत्री अश्विनी बागल हिला विशेष लोकप्रियता मिळाली. या चित्रपटातील तिच्या भूमिकेवर प्रेक्षकांनी भरभरुन प्रेम केलं. यानंतर अभिनेत्री आता अक्षय सेठीसोबत 'तुमसे मिलु अपनी कहूं' या म्युझिक व्हिडीओमध्ये दिसत आहे. या म्युझिक व्हिडीओच्या दिग्दर्शनाची धुरा सोनम शाह यांनी उत्तमरीत्या पेलवली असून डीओपी आदित्य मेहरने हे गाणं त्याच्या कॅमेऱ्यात कैद केलं आहे. या गाण्याला गायिका रितिका राज सिंगने आवाज दिला आहे, सतीश त्रिपाठी यांनी हे गाणं शब्दबद्ध केलं आहेत.


याबाबत  बोलताना अश्विनी म्हणाली, "मला या म्युझिक व्हिडीओमध्ये काम करण्याची संधी दिल्याबद्दल मी अश्विन महाराज यांची आभारी आहे. व्हॅलेंटाईन वीकमध्ये रिलीज झालेले हे गाणे दोन रसिकांच्या हृदयाला भिडेल याची मला खात्री आहे."
अश्विन महाराज यांनी संगीतबद्ध केलेले आणि सादर केलेले हे गाणे 'महाराज म्युझिक'च्या युट्युब चॅनलवर उपलब्ध आहे. 
https://youtu.be/JPJTwa2BePk

Saturday, February 10, 2024

FUJIFILM India ने PAMEX 2024 में फ्लैगशिप तीन A3 कलर और दो मोनोक्रोम मल्टीफ़ंक्शन प्रिंटर लॉन्च किए

 FUJIFILM India ने PAMEX 2024 में फ्लैगशिप तीन A3 कलर और दो मोनोक्रोम मल्टीफ़ंक्शन प्रिंटर लॉन्च किए

 6 फ़रवरी 2024, मुंबई: FUJIFILM India ने आज मुंबई में A3 कलर के 5 नए मॉडल (Apeos C3570 / C4570 / C5570) और मोनोक्रोम (Apeos 4570 / 5570) मल्टीफ़ंक्शन प्रिंटर  PAMEX 2024 में लॉन्च किए। इन पांचों प्रिंटिंग प्रोडक्ट्स की बिक्री 6 फरवरी 2024 से शुरू होगी।

 Apeos सीरीज" के तहत ये पांच मल्टीफ़ंक्शन प्रिंटर अपनी हाई स्पीड और बेहतर प्रिंट आउटपुट क्षमताओं के साथ अलग-अलग प्रिंटिंग जरूरतों को पूरा करने का काम करते हैं। ये प्रिंटर ग्राहक की विभिन्न प्रिंटिंग जरूरतें जैसे कि SRA3 का कागज आकार, 52-300 gsm का कागज का वजन, और 320 x 1200 मिमी तक की बैनर प्रिंटिंग जरूरतें पूरी कर सकते हैं। इसके अलावा बड़े एंटरप्राइजेज और कॉरपोरेट्स में रिमोट वर्कलाइफस्टाइल को सपोर्ट करने के लिए ये प्रोडक्ट बिना समय और स्थान की बाधा के क्लाउड कनेक्टिविटी और ऑपरेशनल दक्षता को बढ़ावा देने वाले बेहतर इंटीग्रेशन की सहूलियत देते हैं। यूजर यूनिवर्सल प्रिंट*2, माइक्रोसॉफ्ट क्लाउड-आधारित प्रिंटिंग सॉल्यूशन के साथ कहीं से भी प्रिंट कर सकते हैं, जिससे प्रिंट सर्वर और प्रिंटर ड्राइवर इंस्टाल करने की आवश्यकता नहीं होती है।

 ये प्रिंटिंग प्रोडक्ट्स अमेरिकी सेक्योरिटी स्टैण्डर्ड NIST SP800-171 / 172*3 का पालन करते हैं, यह स्टैण्डर्ड नेटवर्क कनेक्शन की सुरक्षा सुनिश्चित करता है और डिवाइस में स्टोर डेटा से इन्फॉर्मेशन लीकेज को रोकता है। ये प्रोडक्ट्स मल्टीफ़ंक्शन प्रिंटर WPA3 को भी सपोर्ट करते हैं जो वायरलेस LAN की सुरक्षा को बेहतर बनाता है।इसके अलावा ये प्रिंटर्स एडवांस एन्क्रिप्शन के साथ लेटेस्ट इंटरनेशनल स्टैंडर्डाइज्ड सेक्योरिटी चिप TPM 2.0 से लैस हैं।


FUJIFILM India के मैनेजिंग डायरेक्टर कोजी वाडा ने कहा, "27 सितंबर 2023 को Apeos प्रिंटर के शुरुआती लॉन्च के बाद FUJIFILM India के ऑफिस प्रिंटर बिजनेस ने ग्राहकों की एक विस्तृत रेंज को वैल्यू प्रदान करने वाले लीडिंग पार्टनर के रूप में अपनी स्थिति को और मजबूत कर लिया है। हमारे ऑफिस प्रिंटर प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में Apeos सीरीज से नए मल्टीफ़ंक्शन प्रिंटर जोड़ने से हमारे ग्राहकों को उनकी विभिन्न जरूरतों को पूरा करने के लिए ज्यादा विकल्प मिलते हैं। भारत विकास हासिल करने के लिए नई तकनीकों को अपनाने में बहुत तेज और एडाप्टेबल (अनुकूलनीय) है और अपने ग्राहकों के लिए प्रमुख पार्टनर के रूप में हम उन्हें नए प्रोडक्ट और सॉल्यूशन जल्दी से प्रदान करके अपने इंडस्ट्री में सबसे आगे रहने में मदद करना चाहते हैं।"

FUJIFILM India के डिवाइस टेक्नोलॉजी बिजनेस & ग्राफिक कम्युनिकेशंस के प्रमुख और एसोसिएट डायरेक्टर प्रियतोष कुमार ने कहा, "पूरे देश देश में हमारा सेल्स और सर्विस पार्टनर्स से मजबूत नेटवर्क है जिससे हम अपने ग्राहकों को बेहतर अनुभव प्रदान करने के लिए बहुत उत्साहित, आश्वस्त और प्रतिबद्ध हैं। ये वर्सेटाइल प्रोडक्ट्स विभिन्न इंडस्ट्री जैसे कॉरपोरेट्स, उद्यम कंपनियों और नौकरीपेशा लोगों को बेहतरीन वैल्यू प्रदान कर सकते हैं। ये ग्राहकों के लिए कम कीमत में टॉप क्लास फैसिलिटी प्रदान करते हैं। जो ग्राहक सेक्योरिटी क्षमताओं से लैस संतुलित प्रिंटर की तलाश में हैं, उन्हें निश्चित रूप से बढ़ी हुई कार्य उत्पादकता, दक्षता और हाई क्वालिटी वाले हमारे इन प्रिंटर और इनके प्रिंटआउट से लाभ मिलेगा।"

कर्नाटक टूरिज्म रोड शो में लोगों से मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया

 कर्नाटक टूरिज्म रोड शो में लोगों से मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया

मुंबई: कर्नाटक टूरिज्म की ओर से हाल ही में मुंबई के विले पार्दले में स्थित द ऑर्किड होटल में रोड शो के तहत आयोजित एक कार्यक्रम में ट्रैवल उद्योग से जुड़े विभिन्न ट्रैवल एजेंट से लेकर टूर ऑपरेटरों के अलावा बड़ी संख्या में मीडिया के प्रतिनिधी भी शामिल हुए। कर्नाटक सरकार के कर्नाटक राज्य पर्यटन विकास निगम (केएसटीडीसी) के अलावा जंगल लॉज, रिसॉर्ट्स और प्रमुख हितधारकों संयुक्त रुप से आयोजित इस कार्यक्रम में कर्नाटक के विभिन्न जगहों पर स्थित जीवंत टेपेस्ट्री का अनावरण किया गया। इसके अलावा यहां कई छिपे स्थलों पर अमूल्य रत्नों और इसी तरह की कई अन्य स्थलों का पता लगाने की इच्छा को प्रज्वलित किया गया।

कर्नाटक पर्यटन की ओर से इस मौके पर प्रमुख लोगों की मनमोहक प्रस्तुतियों ने राज्य की समृद्ध विरासत की एक ज्वलंत तस्वीर पेश की। जिसमें हम्पी और बादामी जैसे विस्मयकारी ऐतिहासिक स्थल, चिकमगलूर और कूर्ग जैसे शांत हिल स्टेशन, समृद्ध वन्यजीव अभयारण्य, कोंकण तट के साथ प्राचीन समुद्र तट, बेंगलुरु और मैसूर जैसे केंद्र शामिल हैं। इस दौरान आयोजित इंटरैक्टिव सत्र में कर्नाटक एक विविध अनुभवों के केंद्र, रोमांचक साहसिक गतिविधियों, गहन सांस्कृतिक मुठभेड़ों और अद्वितीय होमस्टे का प्रदर्शन किया गया, जो हर पर्यटक की घूमने की इच्छा को पूरा करता है।


कार्यक्रम में एक मनमोहक नृत्य प्रदर्शन ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके अलावा इस रोड शो में पारंपरिक पोशाक में सजे प्रतिभाशाली नर्तकियों ने कर्नाटक की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन में यक्षगान नृत्य शैली की ऊर्जावान अभिव्यक्ति से दर्शकों का मन मोह लिया।

यह रोड शो विभिन्न तरह के रंगबिरंगे गतिविधियों से भरा रहा, इसके साथ यहां बी2बी बैठकों ने कर्नाटक के पर्यटन प्रतिनिधियों और मुंबई स्थित यात्रा पेशेवरों के बीच उपयोगी संबंध स्थापित किए गये। इसके साथ इस कार्यक्रम में 125 से अधिक उत्साही ट्रैवल एजेंटों और टूर ऑपरेटरों ने व्यक्तिगत यात्रा कार्यक्रम तैयार करने और कर्नाटक को मुंबई के लिए प्रमुख यात्रा गंतव्य के रूप में स्थापित करने को लेकर गंभीर चर्चा हुई।

मुंबई में कर्नाटक पर्यटन रोड शो की शानदार सफलता ने दोनों राज्यों के बीच मजबूत पर्यटन आदान-प्रदान और आर्थिक समृद्धि का मार्ग प्रशस्त किया है। अपने समृद्ध अनुभवों और गर्मजोशी भरे आतिथ्य के साथ, सदियों से कर्नाटक मुंबई और उसके बाहर के समझदार यात्रियों को अपने भीतर एक अविस्मरणीय यात्राओं का वादा करते हुए आकर्षित करता रहा है।


Lives of Farmers Transformed in Maharashtra and Madhya Pradesh: Global Vikas Trust’s Impact Study reveals remarkable results.

 Lives of Farmers Transformed in Maharashtra and Madhya Pradesh:  Global Vikas Trust’s Impact Study reveals remarkable results.

Mumbai, 9th February 2024:  Global Vikas Trust (GVT), under the visionary leadership of Mr. Mayank Gandhi, has spearheaded a transformative movement in the lives of farmers across Maharashtra and Madhya Pradesh, particularly in suicide and drought-affected regions like Beed and Parli. The remarkable impact of GVT's initiatives has been unveiled in an Assessment Impact Study conducted by the prestigious Tata Institute of Sciences (TISS), highlighting astounding progress in agricultural development and farmer welfare.

The unveiling ceremony of the Assessment Impact Study took place today in Mumbai, attended by key dignitaries including Mr. Mayank Gandhi, Managing Trustee at Global Vikas Trust, Prof. S. Siva Raju, Professor & Deputy Director at Tata Institute of Social Sciences, Hyderabad Campus; Sandra Shroff, Vice Chairman – UPL; Raamdeo Agarwal, Chairman - Motilal Oswal financial Services; Sushil Kumar Jiwarajka, Hon. Consul General of Greece in Mumbai and Chairman of GVT advisory board and Ashwini Saxena, CEO - JSW Foundation. This event highlighted the pivotal role of GVT in revolutionizing agriculture practices and elevating the socio-economic status of farmers.


The comprehensive report, prepared by the Centre of Excellence in CSR at TISS, analysed the impact of GVT's agriculture development initiatives across various districts including Palghar, Nanded, Beed, Solapur, Osmanabad (Dharashiv), Jalgaon in Maharashtra, and Burhanpur and Dhar/Barwani in Madhya Pradesh. Based on meticulous surveys encompassing 1248 farmers and stakeholders, the study provides compelling evidence of GVT's transformative impact.

Mr. Mayank Gandhi, Managing Trustee of Global Vikas Trust said, “While education and healthcare support etc is good for maintaining the status quo of the nation, the only way for transforming India is sustainable agriculture at scale. Therefore, multiplying incomes of small and marginal farmers can make India a “sone ki chidiya” again. Thus, a tenfold increase in tens of thousands of farmer’s incomes in some of the worst area validates our path of transforming India.” TISS is the gold-standard in ethical and virtuous impact assessment. Established in 1936, it has worked on its own and helped other organizations in promotion of sustainable, equitable and participatory development.

Prof. S. Siva Raju, Professor & Deputy Director at Tata Institute of Social Sciences, Hyderabad Campus, “The Centre for Excellence in CSR at the Tata Institute of Social Sciences (TISS) has conducted a study to assess the impact of the agriculture development initiatives of Global Vikas Trust (GVT). It is observed that the availability and utilization of high-quality saplings hold the key to ensuring increased agricultural production and resilience against the challenges posed by pests and climate change. The adoption of the quality saplings not only contributed to greater agricultural productivity but also played a crucial role in ensuring crop diversity and economic prosperity in the Western region. GVT’s promotion of horticulture also contributed to environmental conservation, as the organisation employs sustainable farming practices, such as organic farming and permaculture.” 

“From planting hope to reaping prosperity – that is the magic of Global Vikas Trust under Mayank Gandhi's leadership. Their ten times income growth for farmers is remarkable! MOFSL & I are honoured to be part of this journey, of building a sustainable and thriving rural India." Mr Raamdeo Agarwal, Chairman, Motilal Oswal Group.
“For the past five years, Global Vikas Trust, under Mayank Gandhi's leadership, has been making a real difference in rural communities. Their work has empowered countless farmers and led to a remarkable ten times increase in income within a year, as confirmed by TISS. As a chairperson of the advisory board for GVT, I am hugely impressed by their impactful work. I am also very thrilled about Krishikul, and it has the potential to significantly enhance farmers skills and knowledge. I stand shoulder-to-shoulder with GVT, eagerly awaiting Krishikul's launch.” said Mr. Sushil Jiwarajka, Hon. Consul General of Greece in Mumbai and Chairman of GVT advisory board.
“Global Vikas Trust, under Mayank Gandhi's leadership, is not just planting trees, they are building hope! Witnessing a ten times income increase for farmers in 4,000 villages through their work, as shown by the TISS study, is truly inspiring. UPL and I are honoured to be part of this movement, empowering rural communities and fostering a brighter future for generations to come." mentioned Ms.  Sandra Shroff, Vice Chairman, UPL.

“Global Vikas Trust, led by Mayank Gandhi, is transforming rural landscapes and lives. With initiatives like planting 4.5 crore fruit trees, their impact is undeniable. The recent TISS survey showing a tenfold increase in farmer income in just one year speaks volumes. We are proud to support GVT's mission, united in our commitment to sustainable rural development.” said Pradeep Kumar Kheruka Chairman, Borosil Renewables Ltd.

About Mayank Gandhi:
Mayank Gandhi was an international urban planner who turned into a social activist. He has worked on many reforms including the Maharashtra RTI and many other laws. In 2011, along with Anna Hazare and Arvind Kejriwal, he started India against Corruption (IAC) movement and later became part of the National Executive of the AAP party. But in 2016, he quit politics completely and started his own NGO, Global Vikas Trust to work in some of the worst areas of India for farmer welfare.


Since then, GVT has been instrumental in multiplying farmer annual incomes from Rs. 38,600 to over Rs 3,90,000 per acre (10 times increase as per TISS assessment report). With his model of changing cropping pattern, he has been successful in removing over 22000 farmer families from the poverty trap in over four thousand villages of Maharashtra and MP. This change has been achieved by planting over 4.5 crore fruit trees, training and supporting farmers to increase their incomes.

A new, state-of-the-art Global Krishikul farmer training centre is under construction and will be used to train farmers from all over the country to multiply their incomes by 4 to 10 times.
About Global Vikas Trust:
Global Vikas Trust (GVT) is a non-profit organization dedicated to transforming rural India. With a core focus on sustainable agriculture, GVT's mission is to empower small and marginal farmers, helping them break the cycle of poverty and achieve economic prosperity. GVT's flagship project is fruit tree plantation - transitioning farmers to fruit tree cultivation, significantly increasing their incomes and promoting sustainable farming practices. GVT works in more than 4,100 villages, covering an area of 33,000 plus acres in 27 districts of Maharashtra and Madhya Pradesh impacting 21,000+ farmer families of India. As of January 2024, Global Vikas Trust has planted more than 4,50,00,000 trees.
In addition, GVT has worked on water conservation projects, including river widening, check dam construction, and Global River Aquashafts (GRAs), which improve water resources and enhance village development.
Krishikul is an upcoming farmer training center and demonstration space introduced by Global Vikas Trust to provide practical training and access to contemporary agricultural technologies and practices.

For more information about Global Vikas Trust and its initiatives, please visit: https://www.globalvikastrust.org

India's First Ever Action Sports Drama Crakk- Jeetegaa Toh Jiyegaa Trailer Unleashed with the Powerhouse Cast of Vidyut Jammwal, Arjun Rampal, Nora Fatehi, and Amy Jackson.

 India's First Ever Action Sports  Drama Crakk- Jeetegaa Toh Jiyegaa Trailer Unleashed with the Powerhouse Cast of Vidyut Jammwal, Arjun Rampal, Nora Fatehi, and Amy Jackson.

The film is set for a 23rd Feb 2024 release.

Link: https://bit.ly/Crakk-JeetgaaTohJiyegaa-Trailer

After the pulse-pounding teaser and songs sparked curiosity and hype amongst the audience, fans had been waiting with bated breath for the much-anticipated trailer of Crakk – Jeetegaa Toh Jiyegaa. Putting the excitement to rest, the country’s action superstar Vidyut Jammwal along with the powerhouse cast launches its trailer today.

Helmed by film-maker Aditya Datt, the movie boasts a stellar star led by Vidyut Jammwal, Arjun Rampal, Nora Fatehi, and Amy Jackson. The film unleashes rip-roaring action, adventure and a variety of sports stunts becoming India’s first-ever action sports drama. Creating a new landmark for action sports drama as a genre, with top-notch production values, and brilliant cinematic spectacle will let you dive in the heart-pumping world on February 23 in theatres near you! 

The actor also gave a big surprise at the trailer launch by launching a game which is themed across Crakk. Speaking about the film actor-producer Vidyut Jammwal commented, “With Crakk, my vision was to deliver the biggest sports action thriller in Indian Cinema. I am grateful to an exceptional team that transformed this dream into reality. The adrenaline fueled visual spectacle we've created, aims to captivate audiences, leaving them eagerly anticipating more.”

Director Aditya Datt added, “Crakk marks my second feature with Vidyut and this time I have Arjun join in. When you have Arjun Rampal and Vidyut Jammval, the very embodiment of masculinity, both in real life and movies. It’s an amazing action combo as a filmamker. Their explosive and rage-filled persona should intrigues audience too .This time it's also special as my leading man is not just an actor onset but also the producer! Cannot be more happy that Vidyut’s and my vision matches. I hope & pray we CRAKK it as happy partners in cinema & crime.”

Crakk- Jeetegaa Toh Jiyegaa, produced by Vidyut Jammwal & Action Hero Films, and is written & directed by Aditya Datt is set to hit theatres on 23rd February 2024.



महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में हजारों किसानों के जीवन में खिली उम्मीद की किरण: ग्लोबल विकास ट्रस्ट ने कर दिखाया कमाल

 महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में हजारों किसानों के जीवन में खिली उम्मीद की किरण: ग्लोबल विकास ट्रस्ट ने कर दिखाया कमाल


किसानों की प्रति एकड़ वार्षिक आय दस गुना बढ़ी, बीड परली जैसे आत्महत्या और सूखा प्रभावित इलाकों में उनकी आय 38,600 रूपये सालाना से बढ़कर 3,90,000 रूपये हुई

महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के 4,000 गांवों में 22,000 से अधिक किसान परिवारों को गरीबी से सफलतापूर्वक मुक्ति दिलाई गई

4.5 करोड़ से अधिक फलों के पेड़ लगाये गए, टिकाऊ कृषि पद्धतियों को बढ़ावा दिया गया और कृषि उत्पादकता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई

मुंबई, 09 फरवरी 2024: प्रसिद्ध सोशल एक्टिविस्ट मयंक गांधी की अगुवाई में ग्लोबल विकास ट्रस्ट (जीवीटी) नामक एनजीओ ने पूरे महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के आत्महत्या और सूखा प्रभावित क्षेत्रों, खासकर बीड और परली में जल संधारण का काम कर वहां के किसानों के जीवन में परिवर्तनकारी ला दिया है. इसकी चारों ओर तारीफ हो रही है। प्रतिष्ठित टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ साइंसेज (टिस) द्वारा किये गए एक असेसमेंट इम्पैक्ट स्टडी में जीवीटी के कामों पर मुहर लगी है और जो बताता है कि किस कदर कृषि क्षेत्र में विकास और किसान कल्याण का काम इस संस्था द्वारा किया गया है. किसानों की बढ़ी आय का मूल्यांकन और उसके प्रभाव पर प्रकाश डालने वाले अध्ययन को शुक्रवार 9 फरवरी को एक शानदार समारोह में रिलीज किया गया जिसमें ग्लोबल विकास ट्रस्ट के प्रबंध ट्रस्टी श्री मयंक गांधी, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज,  हैदराबाद कैम्पस के प्रोफेसर और उप निदेशक प्रो. एस. सिवा राजू, यूपीएल की वाईस चेयरमैन सैंड्रा श्रॉफ, मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेस के चेयरमैन रामदेव अग्रवाल,  मुंबई में ग्रीस के महावाणिज्यदूत और जीवीटी सलाहकार बोर्ड के अध्यक्ष सुशील कुमार जीवराजका, जेएसडब्ल्यू फाउंडेशन के सीईओ अश्विनी सक्सेना सहित प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में खेती करने के तौर तरीके में क्रांति लाने और किसानों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति को ऊपर उठाने में जीवीटी की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला गया.



TISS के सेंटर फॉर एक्सीलेंस इन सीएसआर द्वारा तैयार की गई इस व्यापक रिपोर्ट में महाराष्ट्र के पालघर, नांदेड़, बीड, सोलापुर, उस्मानाबाद (धाराशिव), जलगांव के साथ साथ बुरहानपुर और धार/बड़वानी सहित विभिन्न जिलों में जीवीटी की पहल के प्रभाव का विश्लेषण किया गया है। मध्य प्रदेश में 1248 किसानों और स्टेकहोल्डरों को शामिल कर किए गए सूक्ष्म सर्वेक्षणों के आधार पर यह अध्ययन जीवीटी के उल्लेखनीय और परिवर्तनकारी काम के बारे में ठोस सबूत प्रदान करता है।

इस मौके पर ‘ग्लोबल विकास ट्रस्ट’ के मैनेजिंग ट्रस्टी श्री मयंक गांधी ने कहा, “देश की तरक्की के लिए बेशक शिक्षा और हेल्थ केयर पर फोकस अच्छी बात है, लेकिन भारत को बदलने का एकमात्र तरीका बड़े पैमाने पर टिकाऊ और दमदार पैदावार वाली खेती है। इसके जरिये,  छोटे किसानों की आय को बढ़ाकर भारत को फिर से "सोने की चिड़िया" बनाया जा सकता है। खराब से खराब कृषि इलाकों में किसानों की आय को दस गुना बढ़ जाना हमारे इसी सोच को मान्यता प्रदान करता है।“ गौरतलब है कि TISS का मूल्यांकन का स्टैण्डर्ड अपने आप में एक मिसाल है. 1936 में स्थापित इस संस्था स्थायी, न्यायसंगत और भागीदारी विकास को बढ़ावा देने में अन्य संगठनों की काफी मदद की है और उन्हें राह भी दिखाई है।“

टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज, हैदराबाद कैंपस में प्रोफेसर और उप निदेशक प्रो. एस. सिवा राजू ने कहा, कि “टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (टीआईएसएस) में सेंटर फॉर एक्सीलेंस इन सीएसआर ने ग्लोबल विकास ट्रस्ट (जीवीटी) की पहल से कृषि विकास के प्रभाव का आकलन करने के लिए एक अध्ययन किया है। इसमें यह देखा गया है कि उच्च गुणवत्ता वाले पौधों की उपलब्धता और उनका उपयोग कृषि उत्पादन में वृद्धि तो करता ही है, साथ ही में यह कीटों और जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न चुनौतियों से उबरने की भी सहूलियत देता है। गुणवत्तापूर्ण पौधों को अपनाने से न केवल कृषि पैदावार में वृद्धि हुई, बल्कि पश्चिमी क्षेत्र में फसल विविधता लाने और आर्थिक समृद्धि सुनिश्चित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जीवीटी द्वारा बागवानी को बढ़ावा देने से पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान मिला, क्योंकि संगठन जैविक खेती और पर्माकल्चर जैसी टिकाऊ कृषि पद्धतियों को ज्यादा सही मानता है।“



जबकि मोतीलाल ओसवाल फाइनेंसियल सर्विसेस के चेयरमैन रामदेव अग्रवाल ने कहा कि, “उम्मीद के बीज बोने से समृद्धि प्राप्त करने तक का सफ़र जो है वह मयंक गांधी के नेतृत्व में ग्लोबल विकास ट्रस्ट का मैजिक है। किसानों की आय में दस गुना वृद्धि बहुत मायने रखती है. हमारी कंपनी एमओएफएसएल और मैं इस यात्रा का हिस्सा बनकर सम्मानित महसूस कर रहे हैं कि हमने एक टिकाऊ और संपन्न ग्रामीण भारत के निर्माण की संकल्पना के साथ हाथ मिलाया है।“

जीवीटी की प्रशंसा करते हुए मुंबई में ग्रीस के महावाणिज्यदूत और जीवीटी सलाहकार बोर्ड के अध्यक्ष सुशील कुमार जीवराजका ने कहा, “पिछले पांच वर्षों से, मयंक गांधी के नेतृत्व में ग्लोबल विकास ट्रस्ट, ग्रामीण समुदायों में वास्तविक और आमूल चूल परिवर्तन ला रहा है. उनके काम ने अनगिनत किसानों को पॉवर दिया है और  जैसा कि TISS ने पुष्टि की है, एक वर्ष के भीतर उनकी आय में उल्लेखनीय दस गुना वृद्धि हुई है। जीवीटी के सलाहकार बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में  मैं उनके प्रभावशाली काम से बेहद प्रभावित हूं। मैं कृषिकुल को लेकर भी बहुत रोमांचित हूं और इसमें किसानों के कौशल और ज्ञान को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाने की क्षमता है। मैं जीवीटी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा हूं और कृषिकुल के लॉन्च का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं।“

यूपीएल की उपाध्यक्ष सुश्री सैंड्रा श्रॉफ ने कहा कि, “मयंक गांधी के नेतृत्व में ग्लोबल विकास ट्रस्ट, सिर्फ पेड़ नहीं लगा रहा है, बल्कि वे आशा का निर्माण कर रहे हैं. जैसा कि TISS अध्ययन से पता चला है कि  4,000 गांवों में किसानों की आय में दस गुना वृद्धि देखना वास्तव में प्रेरणादायी है। यूपीएल और मैं इस आंदोलन का हिस्सा बनने, ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाने और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक उज्जवल भविष्य को बढ़ावा देने के लिए सम्मानित महसूस कर रहे हैं। जबकि बोरोसिल रिन्यूएबल्स लिमिटेड के अध्यक्ष प्रदीप कुमार खेरुका ने कहा कि मयंक गांधी के नेतृत्व में ग्लोबल विकास ट्रस्ट, समूचे ग्रामीण परिदृश्य और जीवन को बदल रहा है। 4.5 करोड़ फलों के पेड़ लगाना अपने आप में बहुत बड़ी कामयाबी है। हालिया TISS सर्वेक्षण में केवल एक वर्ष में किसानों की आय में दस गुना वृद्धि दिखाई गई है, जो बहुत कुछ कहती है। हमें सतत ग्रामीण विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के साथ एकजुट होकर जीवीटी के मिशन का समर्थन करने पर गर्व है।“

मयंक गांधी के बारे में: मयंक गांधी एक अंतरराष्ट्रीय शहरी योजनाकार थे जो बाद में एक सामाजिक कार्यकर्ता बन गए। उन्होंने महाराष्ट्र में आरटीआई और कई अन्य कानूनों सहित कई रिफार्म पर काम किया है। 2011 में, अन्ना हजारे और अरविंद केजरीवाल के साथ  उन्होंने इंडिया अगेंस्ट करप्शन (IAC) आंदोलन शुरू किया और बाद में AAP पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी का हिस्सा बने। लेकिन 2016 में  उन्होंने पूरी तरह से राजनीति छोड़ दी और किसान कल्याण के लिए भारत के कुछ सबसे खराब क्षेत्रों में काम करने के लिए अपना स्वयं का एनजीओ, ग्लोबल विकास ट्रस्ट शुरू किया।

तब से, जीवीटी आत्महत्या और सूखा प्रभावित इलाकों में किसानों की वार्षिक आय 38,600 रूपये सालाना से बढ़ाकर 3,90,000 रूपये करने में सहायक रहा है। फसल पैटर्न बदलने के अपने मॉडल के साथ, गाँधी महाराष्ट्र और एमपी के चार हजार से अधिक गांवों में 22000 से अधिक किसान परिवारों को गरीबी के दुश्चक्र से निकालने में सफल रहे हैं। यह बदलाव 4.5 करोड़ से अधिक फलों के पेड़ लगाकर, किसानों को उनकी आय बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण और समर्थन देकर हासिल किया गया है।

जीवीटी की निगहबानी में बन रहा एक नया, अत्याधुनिक वैश्विक कृषिकुल किसान प्रशिक्षण केंद्र निर्माणाधीन है और इसका उपयोग देशभर के किसानों को उनकी आय 4 से 10 गुना बढ़ाने के लिए प्रशिक्षित करने के लिए किया जाएगा।ग्लोबल विकास ट्रस्ट के बारे में:

ग्लोबल विकास ट्रस्ट (जीवीटी) एक गैर-लाभकारी संगठन (एनजीओ) है जो ग्रामीण भारत में बदलाव के लिए समर्पित है। टिकाऊ कृषि पर मुख्य ध्यान देने के साथ, जीवीटी का मिशन छोटे और गरीब किसानों को सशक्त बनाना है, जिससे उन्हें गरीबी के दुशचक्र को तोड़ने और आर्थिक समृद्धि हासिल करने में मदद मिलेगी। जीवीटी का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट फलदार वृक्ष रोपण (fruit tree plantation) है जिसमें किसानों को फलदार वृक्षों की खेती के लिए प्रेरित करना, उनकी आय में उल्लेखनीय वृद्धि करना और टिकाऊ कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देना शामिल है। जीवीटी 4,100 से अधिक गांवों में काम करता है, जो महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के 27 जिलों में 33,000 से अधिक एकड़ क्षेत्र को कवर करता है और  जिससे भारत के 21,000 से अधिक किसान परिवार प्रभावित होते हैं। जनवरी 2024 तक, ग्लोबल विकास ट्रस्ट ने 4.5 करोड़ से अधिक पेड़ लगाए हैं। इसके अलावा, जीवीटी ने जल संरक्षण परियोजनाओं पर काम किया है, जिसमें नदी चौड़ीकरण, चेक डैम निर्माण और ग्लोबल रिवर एक्वाशाफ्ट (जीआरए) शामिल हैं,  जो जल संसाधनों में सुधार करते हैं और गांव के विकास को बढ़ाते हैं।कृषिकुल एक तैयार हो रहा किसान प्रशिक्षण केंद्र और प्रदर्शनी स्थल है जिसे ग्लोबल विकास ट्रस्ट द्वारा व्यावहारिक प्रशिक्षण और समकालीन कृषि प्रौद्योगिकियों और तौर तरीकों तक पहुंच प्रदान करने के लिए शुरू किया गया है।ग्लोबल विकास ट्रस्ट और इसकी पहल के बारे में अधिक जानकारी के लिए, कृपया देखें:

https://www.globalvikastrust.org

Sharn's new single 'Love Stuck' is ready to steam hearts this Valentine's Day.

 Sharn's new single 'Love Stuck' is ready to steam hearts this Valentine's Day


Watch the song herehttps://youtu.be/SoKQCjevIeg?si=bbw7TtJgBh9K8XDn

Mumbai, 9th Feb: Following the resounding success of his hit single "Mi Amor," Sharn is geared up to ignite hearts once again with his latest release, "Love Stuck." Set for a Valentine’s week release, this enchanting anthem is poised to captivate lovestruck souls worldwide.

"Love Stuck" delves into the exhilarating realm of infatuation, where every heartbeat resonates with the allure of one irresistible individual. With its pulsating rhythm and soul-stirring lyrics, the song offers a thrilling journey into the depths of romantic obsession.


"Bringing a simple yet heart-warming melody to Valentine's week! Hoping everyone finds a piece of their story in this cute track and enjoys it to the fullest." Sharn

Shot amidst the breath-taking landscapes of Canada, the accompanying music video serves as a visual masterpiece, elevating the song's romantic essence to new heights. From the hypnotic rhythm of the ocean to the majestic dance of waves against the shore, each frame embodies a timeless serenity that perfectly complements the song's emotive narrative.



'इलू इलू' म्हणत एलीची मराठी चित्रपटात एंट्री

  'इलू इलू' म्हणत एलीची मराठी चित्रपटात एंट्री एकीकडे मराठी चित्रपट देशविदेशातील चित्रपट महोत्सवांमध्ये बाजी मारत आहेत, तर दुसरीकडे ...